देबी मंत्र : “ॐ ह्रीं म स भोगबती करन पिशाचिनी प्रचण्ड बेगनी स्वाहा ।”
बिधि :- यह मंत्र दस हजार की संख्या में जपने से सिद्ध होता है । मंत्र के सिद्ध हो जाने पर प्रयोग के समय मिट्टी गोबर से भूमि को शुद्ध कर कुश बिछा कर शिबजी का बिधिबत पूजन करे । नैबेद्द चढ़ा कर हाथ में कमल का सूत्र बांधें तथा रात्रि के समय मंत्र का जप करे तो अर्द्ध रात्रि को देबी आकर साधक से बार्तालाप करती है ।
स्वप्म में देबता से बार्तालाप करने का मंत्र :
मंत्र : ओम ह्रीं त्रिचिंतिनी पिशाचिनी स्वाहा ।।
बिधि – यह मंत्र एक हजार की संख्या में जपने से सिद्ध होता है । मंत्र सिद्ध हो जाने पर कड़ई तुम्बी की जड़ तथा बीज और कसौदी की जड़ लेकर उक्त मंत्र से अभिमंत्रित करके मस्तक पर बाधने से
स्वप्न में देबता के साथ बार्तालाप होता है ।
ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
हर समस्या का स्थायी और 100% समाधान के लिए संपर्क करे (मो.) 9438741641 /9937207157 {Call / Whatsapp}